Safar-E-Shayar : Love
Safar-E-Shayar : Love
(1) : हो जाएगा
तेरा जिक्र मेरे लब से हो जाएगा,
ये शायर कभी तेरा हो जाएगा,
करोगी जब भी बात तुम हमसे,
प्यार हर बार तुमसे हो जाएगा,
कागज की लकीरे भरी हुई है हुनर से,
अंजाम-ए-बेवफाई से हुनर भी खफा हो जाएगा,
युं तो में मसरुफ रहने का करता हूँ ढौंग,
शिकवा करने से रिश्ता बेईज्जत हो जाएगा,
शायद में कभी रुठ जाऊं तो मना लेना मुजे,
ये शायर आशकी में पागल हो जाएगा,
एहतिराम में डूबकर ये कभी ना सोचा था मेंने
ए'तिमाद भरी अफसून नजरों का छलावा हो जाएगा,
शब-ओ-रोज़ का मिलना था तेरा मेरा,
कभी प्यार मेरा भी मुकम्मल हो जाएगा,
रोज रात को यु ना आया करो ख्वाब में मेरे,
यादों में डूबकर मुजे मर्ग मुकम्मल हो जाएगा,
अब नहीं करनी बात मुजे इस मौज़ू पर,
इंतजार की आग में आशिक शिकार-ए-मौत हो जाएगा
अब और क्या लिखुँ मेरी एक तरफा मोहब्बत पर,
हां,प्यार मेरा एक दिन जरुर मुकम्मल हो जाएगा
Written By
- Shubham Dave
(2) : करते है
ख्वाब मुकम्मल हर ख्वाब में किया करते है,
युं रोज़ जागकर हम सिर्फ काम किया करते है,
रोना-धोना छोड दिया उनके लिए हमने,
हां, अब पनाहगाह अंधेरे का शुक्रगुज़ार किया करते है,
उम्र के साथ नींद ने भी साथ छोड दिया,
बेवक्त बात हम खुद से किया करते है,
सोचते है रातो में उन हसीन-ओ-करीम शामों को,
उल्फत का सजदा हर रात किया करते है
जब पूछता है कोई प्यार के बारे में हमे,
तव्हाई को हमसफर घोषित किया करते है,
दर्द भरी शामों में तुम आओगी मिलने,
अब भी हम ये ए'तिमाद किया करते है,
चाहते है कि हर नक्श को मिटा दे तेरे,
पाबंध दिल के अरमान किया करते है
जब आती है याद हमें प्यार की बातें,
छोटी सी लौ जलाकर हम खत पढ लिया करते है,
समय गुजरता रहता है, शमा पीधलती रहती है,
शमा के साथ हम दर्द जला दिया करते है
जब आती है बात जुबान पे तेरी,
हम अपना लहजा बदल दिया करते है
तेरे ख्वाब को हकीकत बनाना आदत सी थी,
हम अपनी हर आदत को तुम्हारा नाम दे दिया करते है
कौन है अपना इस खुदगर्ज जमाने में,
लोग कफन को भी दफना दिया करते है
तुम्हे भूल जाना तो सिर्फ बाहरी दिखावा है,
फक्र है की हम अब भी प्यार बेशुमार किया करते है,
Written By
-Shubham Dave
Love Shayari
👌👌👌
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