शायर की दुनिया - Ek Tanha Shayar
शायर की दुनिया - Ek Tanha Shayar
तुम्हारे सिवा किसी और का जिक्र कभी हो ना सका,
पिघलती हुई शमा को में कभी ना रोक सका,
जल गया मै अंदर से पूरा का पूरा,
और लोगो को लगा की ये कभी आग ना स़ुलगा सका
Written By Shubham Dave
मिट जाने दो उस इंसान को जींदगी से हमारी,
मोहोब्बत की दास्तान तो है कभी ना ख्तम होने वाली,
दो लोग बचे है अब तो वफा करने के लिए,
एक में और मेरे दिल के करीब फैली हुई तन्हाई
Written By Shubham Dave
दिल में बहुत से गम छुपा लिए,
तुम्हारे सितम को मेंने यु ही दबा दिए,
रह गया एक सवाल दिल मे मेरे,
कि,दिल के अल्फाज आखिर क्यों तुम्हे बता दिए
Written By Shubham Dave
जाहिर सी बात है,
मेरा तुमको याद करना जाहिर सी बात है,
मेरा तुजमें यु खोया सा रहना जाहिर सी बात है,
लडना जगडना हो गया था रोज का खेल,
तुम्हारा मेरे दिल से खेल जाना जाहिर सी बात है,
इंतजार करना अब तो आदत बन गई थी मेरी,
तुम्हारा संजीदा रातो में युं मसरुफ रहना जाहिर सी बात है,
दीदार करना आदत बन चुका था मेरी रोज की,
तुम्हारा कीसी और के दिल में बस जाना जाहिर सी बात है,
मेसेज का Reply तो तुंरत दे दिया करता था तुम्हे,
तुम्हारा Online रहकर भी Read ना करना जाहिर सी बात है,
नासाज रहती थी तबियत मेरी उस वक्त को,
तुम्हारा एक हाल तक ना पुछना जाहिर सी बात है,
तुम्हारे हर सितम को दिल से लगाया था मेने,
तुम्हारे दिए गम से मेरा फना हो जाना जाहिर सी बात है,
Written By Shubham Dave
Bhut accha likha hai
ReplyDeleteInshallah aap bahut aage jaoge bhaijaan