Anjaan safar Pyaar Ka - Part 2
Anjaan Safar Pyaar Ka - Part 2
एक दिन रवि और श्रेया की रात को बात चल रही थी तब श्रेया ने रवि से पुछा की तुम्हारी जिंदगी में कोई लड़की है जिससे तुम प्यार करते हो? रवि ने उस बात का जवाब दिया की हाँ एक लड़की है जिससे में प्यार करता हु और मुझे पता है वो भी मुझे प्यार करती है. इतना बोलकर रवि ऑफलाइन हो गया और 3 दिन तक सोशल मीडिया से गुमशुदा हो गया क्युकी रवि के आखरी साल की फाइनल इम्तिहान चल रही थी.
श्रेया को लगा की रवि श्रेया की बात कर रहा था और श्रेया तो जेसे ख़ुशी से झूम गई. श्रेया ने अपनी दोस्तों को भी रवि के बारे में बता दिया था की ये मेरा होने वाला पति है. श्रेया तो बहुत खुश थी और रवि के ऑनलाइन होने का इंतज़ार कर रही थी की कब रवि ऑनलाइन हो और श्रेया से अपने प्यार का इज़हार करे
3 दिन बाद रवि ऑनलाइन हुआ. श्रेया और रवि की बात इस कदर होती है.....
श्रेया : हेल्लो रवि उस दिन तुम वो लड़की के बारे में बताने वाले थे. बताओ ना में कब से इंतज़ार कर रही हु.
रवि : हाँ हाँ सुनो वो लड़की का नाम है नंदिनी...
श्रेया : क्या नंदिनी? ये कोन है?
रवि : मेरी गर्लफ्रेंड है
श्रेया ने उसी वक़्त फ़ोन बंध कर दिया और बिस्तर पर लेट गई. रवि की बात सुनकर श्रेया का दिल टूट कर बिखर गया था. श्रेया रवि से प्यार करने लगी थी और रवि किसी और से प्यार करने लगा था. श्रेया को कुछ समझ नहीं आ रहा था. श्रेया 2 दिन तक बिना खाए पिए अपने कमरे में रही और रोती रही. 2 दिन बाद श्रेया की सहेलिया उस के घर पे आईऔर श्रेया के कमरे में गई तो श्रेया की हालत देख कर सब को हैरत हुई. श्रेया की आंखे पूरी सूज गई थी और रो रो कर लाल हो गई थी. श्रेया ने अपनी सहेलीयो से सारी बात की. श्रेया की सहेलियों ने उस को समझाया और कहा की ये सब जिन्दगी में होता रहता है इस में रोना नहीं चाहिए. उसको बिन पूछे तुम रवि से प्यार कर बेठी इसमें कुसूर रवि का नहीं तुम्हारा है और बात को आगे बढ़ाते हुए कहा की रवि और तुम भले एक दुसरे के नहीं हो पाओगे लेकिन जिंदगी भर दोस्ती तो रहेगी न तुम दोनो की......एक बार तुम रवि से बात तो कर लो
श्रेया ने रवि को फ़ोन किया और अपनी आवाज़ सँभालते हुए बात की....
श्रेया : रवि केसे हो
रवि : ये सब बात छोड़ो और में जो कह रहा हु वो सुनो
श्रेया : बोलो
रवि : में तुम्हारे घर पर मेरी शादी का कार्ड कुरियर कर रहा हु 2 महीने बाद मेरी नंदिनी के साथ शादी है और तुम्हे और तुम्हारी सहेलियों एव परिवार के साथ आना है.
ये सब सुनकर श्रेया का दिल भर गया और वो रोने जेसी हो गई इसलिए उसने रवि को ओके बोलकर फ़ोन रख दिया और उसके बाद खूब रोइ. अपने प्यार को दूसरी लड़की के साथ देखना श्रेया को किसी भी हाल में बर्दाश के बहार था. श्रेया अपनी पूरी जिंदगी रवि के साथ गुजारना चाहती थी लेकिन अब क्या करे रवि तो 2 महीने में किसी और का बन जाने वाला था.
2 महीने बाद शादी थी तो रवि शादी की तैयारियों में जुट गया. शादी की तैयारिया रवि के घर जोर शोर से चल रही थी. यहाँ पर श्रेया की हालत ख़राब थी. धीरे धीरे वक़्त गुज़रता गया. 1 महीने तक श्रेया ने दिल को संभाला लेकिन फिर श्रेया से दिल को संभालना मुस्किल हो गया उसने अपने हाथ की नस काट ली. खुदा की मेहेरबानी की बदोलत उस वक़्त श्रेया घर में थी और उसकी सहेली आई हुई थी जिसकी वजह से ज्यादा चोट नहीं आई क्युकी श्रेया की सहेली ने चाकू को श्रेया के हाथ से चीन लिया था. अब श्रेया ने मन में ठान लिया था की वो रवि की शादी में नहीं जाएगी क्युकी अगर वो रवि की शादी में हाज़िर होती तो शायद वो दिन दुनिया में श्रेया का आखरी दिन होता. श्रेया अपने प्यार को किसी के साथ सात फेरे लेते हए नहीं देख पाती.
शादी के 2 दिन पहले जब श्रेया नहीं आई तब रवि ने श्रेया को फ़ोन किया लेकिन श्रेया ने रवि का फ़ोन नहीं उठाया. रवि परेशान हो गया अपनी दोस्त के लिए और रवि श्रेया को लेने के लिए मुंबई से निकल गया. रवि फ्लाइट में श्रेया को लेने गया और वह से श्रेया के घर गया और घंटी बजाई. श्रेया ने दरवाज़ा खोला. अपने सामने रवि को देख कर श्रेया के होश उड़ गए. श्रेया ने रवि से कहा की रवि टीम यहाँ पर क्यों आये हो? रवि ने कहा की तुहे शादी में लेने के लिए आया हु चलो मेरे साथ. रवि की बात को श्रेया टाल नहीं सकी और ना चाहते हुए भी श्रेया को रवि के साथ मुंबई जाना पड़ा.
अब शादी का दिन आ गया. श्रेया होटल के कमरे में रो रही थी. शाम के 7 बज रहे थे और श्रेया तैयार होकर रोहन के घर पर पहुच गई. बारात निकलने के को तैयार थी. सारे बाराती सज धज के तैयार थे. शादी की सारी तैयारिया हो चुकी थी. शादी के कार्ड भी बन चुके थे और रवि काफी खुश था. रवि के फ़ोन पर एक फ़ोन आता है उस वक़्त रवि का फ़ोन चार्जिंग में पड़ा हुआ था तो रवि के पापा ने फ़ोन उठाया. वो फ़ोन नंदिनी के घर वालो का था. नंदिनी के घर वालो ने जो बात रवि के पापा से कही वो सुन कर रवि के पापा बेहद नाखुश हो गए और रवि की माँ और भाई को कमरे में बुलाया. सारे लोगो ने बात की और बहार रवि के पास गए और रवि की माँ रोने लगी. रवि ने माँ से पूछा की क्या हुआ ऐसे ख़ुशी के मौके पर आप रो क्यों रही हो? रवि के माँ ने रवि से फ़ोन की सारी बात बताई वो सब सुनकर रवि के पैरो टेल से जेसे ज़मीन खिसक गई. रवि सब से हाथ जोड़कर मुआफी मांगने लगा और कहने लगा की सब लोग अपने अपने घर जाइये ये बारात अब यहाँ से नंदिनी के घर पर नहीं जा सकती. सब ये सुन कर हक्के बक्के रह गए. सभिलोगो के मन में काफी सरे प्रश्न उपस्थित्त हो रहे थे और सब हैरान थे की ये सब क्या हो रहा है.
श्रेया रवि के पास गई और पूछा की क्या हुआ रवि? रवि कुछ बोलने की स्थिति में नहीं था उसने सभी लोगो को और श्रेया को फ़ोन की रिकॉर्डिंग सुनाई. नंदिनी की माँ ने रवि के पापा को बताया की नंदिनी किसी लड़के के साथ भाग गई थी और उसने भाग कर शादि कर ली थी. ये सुनकर श्रेया को बड़ा दुःख हुआ. सारे बाराती और श्रेया घर चले गए. रवि नंदिनी से बेहद खफा था और क्यों न हो बारात लेकर जाने के दिन ये सब नंदिनी ने गलत किया था जो दुनिया वालो, बाराती और रवि की नज़र में मुआफी के लायक नहीं था. नंदिनी के गम में आ कर रवि शराब पिने लगा. रवि को पता नहीं चल रहा था की अब वो क्या करे. सारे लोगो ने रवि और उसके परिवार को बेहद भा बुरा सुनाया था. रवि के घर वालो ने और रवि ने लोगो के काफी सारे ताने सहेन किये थे. रवि की और रवि के परिवार वालो की इज्ज़त पर मनो एक दाग सा लग गया था. रवि किसी से बात नहीं करता था और अपने कमरे में रहता था.
जेसे तेसे 5 महीने गुज़र गए और सब ठीक होता चला गया. वो कहते है न की समय हर ज़ख्म भर देता है वेसे ही रवि के दिल पर लगी हुई कभी न मिटने वाली चोट धीरे धीरे कम होने लगी. समय ने कुछ हद तक रवि के दिलके घाव को भर दिया था और सफलता के एक नए मुकाम पर जाकर रवि एक बड़ा बिज़नस चलाने लगा था जिसकी वजह से रवि ने उसकी और उसके परिवार वालो की गई हुई इज्ज़त भी वापिस ला दी थी लेकिन अब भी रवि नंदिनी की याद में शराब पिता था. मनो शराब का वो आदि हो चूका था.
श्रेया और रवि की बात 5 महीने बाद हुई. रवि ने श्रेया को सामने से मेसेज किया और ये देखकर श्रेया खुश हो गई और रवि से बात की.
श्रेया अब भी रवि कोअपने प्यार का इज़हार करने से कतरा रही थी क्युकी रवि ने फैसला कर लिया था की अब वो शादी कभी नहीं करेगा क्युकी नंदिनी ने दी हुए ज़ख्म शायद ही कोई भर सकता था. श्रेया और रवि फिरसे पहले की तरह बाते करने लगे लेकिन श्रेया ने बाते करते हुए रवि का एक नया रूप देखा जो ये सब होने से पहले कभी नहीं देखा था. रवि बेहद संजीदा और डरा सा, सहमा हुआ लगने लगा. श्रेया ने रवि को दिलासा देते हुए कहा की ऐसे किसी के जाने पर ये शराब और ये सब तुम जेसे बिज़नसमैन को शोभा नहीं देता. श्रेया ने रवि को अपनी कसम दे दी और रवि ने उस दिन से शराब पीना बंध कर दिया. थोड़े साल तक रवि और श्रेया की बात हुई.
फिर एक दिन श्रेया से रहा नहीं गया क्युकी अब श्रेया का रवि के लिए प्यार उफान पर था और उस दिन श्रेया ने रवि से बातो ही बातो में कह दिया की वो रवि से प्यार करती है और वो भी पिछले 5 साल से. ये बात सुनकर रवि बहुत गुस्सा हो गया क्युकी नंदिनी ने दी हुई चोट कोई और लड़की कभी रवि के दिल के ज़ख्मो को भर नही सकती थी. श्रेया ने रवि को बहुत समझाया लेकिन फिर भी रवि नहीं माना और रवि श्रेया से खफा हो गया. रवि श्रेया के साथ की सारी दोस्ती भूल गया और श्रेया से ऐसे बात करने लगता जेसे इतने सालो में रवि का श्रेया से कोई राब्ता हो ही ना. श्रेया और रवि के संबंध बिगड़ने की तादात पर थे और ये बात श्रेया बर्दाश नहीं कर सकती थी. श्रेया ने जेसे तेसे हालत को संभाला और थोड़े दिनों में फिर से सब ठीक हो गया. एक दिन रवि की माँ ने रवि से एक बात कही और उस बात का असर रवि के मन पर ऐसा पड़ा की वो उस बात पर गौर करके ज्यादा सोचने लगा. रवि की माँ ने रवि से कहा था की दुनिया में कोई भी इंसान कभी अकेले नहीं जी सकता तुम्हारी हमसफ़र तुम्हारे लिए तुम्हारे जीवन का प्रेरणा स्त्रोत होगी. ये बात मानो जेसे रवि के दिल में उतर गई. रवि अचानक अपने अन्दर एक positive उर्जा का अनुभव करने लगा. रवि हमसफ़र के रूप में श्रेया के बारे में सोचने लगा लेकिन फिर रवि को लगा की श्रेया अब नहीं मानेगी.
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