Anjaan Safar Pyaar Ka - Love Story
Anjaan Safar Pyaar Ka - Love Story
यह कहानी दो दिलो के मिलन इ कहानी है इस कहानी में श्रेया और रवि का जीकर होगा उम्मीद है आपको यह कहानी पसंद आएगी
रवि और श्रेया के सफ़र की दास्तान शुरू होती है Instagram से. सब को पता है की यह जमाना सोशल मीडिया का है. जेसे सब लोग सोशल मीडिया पर दोस्ती, चैटिंग, फ्रेंडशिप करते है वेसे ही रवि और श्रेया ने भी एक दूजे को दोस्त बनाया. लेकिन यह सब कहने में बड़ा आसन लगता है लेकिन शुरू से अगर इसका मुआवजा किया जाये तो हकीक़त पता चलती है. तो चलिए पहले श्रेया और रवि की Instagram की चैटिंग देखि जाये
श्रेया ने रवि को Instagram पर फॉलो रिक्वेस्ट भेजी. रवि तब Instagram पर ऑनलाइन नहीं था क्युकी श्रेया ने Instagram पर रिक्वेस्ट रात को 12 बजे भेजी थी.
वेसे रवि एक वीद्यार्थी था लेकिन दुसरे दिन उसको बहार घुमने जाना था इसलिए वो रात को जल्दी सो गया था. दुसरे दिन रवि की सुबह 4 बजे हो गई और रोज़ की आदत के अनुसार रवि ने दुसरे दिन सुबह 4 बजे अपने सारे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स चेक किये उसमे Instagram भी शामिल था. जब रवि ने Instagram ओपन किया तब उसने पाया की वह पर श्रेया नमक एक लड़की की रिक्वेस्ट आई हुई थी. वेसे यो रवि किसी अंजान लड़की की र्कयूस्त एक्सेप्ट नहीं करता था लेकिन श्रेया ने रवि के लिए अपनी प्रोफाइल ओपन रखी थी. रवि ने Instagram पर श्रेया के सारे फोटो और प्रोफाइल देखि और रवि को श्रेया विश्वाश करने लायक लगी. रवि ने सुबह 4 बजे श्रेया की रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर ली.
श्रेया सुबह को देर से उठती थी इसलिए 4 बजे तो श्रेया ने रवि की एक्सेप्ट होने वाली Notification नहीं देखि. श्रेया ने रवि की Aceept Notification सुबह 11 बजे देखी. श्रेया को लगा की रवि भी अच्छा लड़का है तो क्यों न उसको दोस्त बनाया जाये! श्रेया ने रवि को Instagram पर मेसेज किया.
श्रेया : हेल्लो रवि. मेरा नाम श्रेया है और में कानपूर से हु.
रवि बहार घुमने गया हुआ था इसलिए रवि ने श्रेया का मेसेज नहीं देखा क्युकी रवि जिस होटल में रुका हुआ था वहाँ पर इन्टरनेट की सुविधा नहीं थी. वेसे सब को बता दे की रवि कुल्लू मनाली घुमने गया हुआ था और वह पर अक्सर मोबाइल के टावर का प्रॉब्लम रहता था.
करीबन 15 दिन बाद रवि कुल्लू मनाली घूम कर घर वापिस आया. रवि ने 15 दिन बाद इन्टरनेट चालू किया और इन्टरनेट चालू करते ही 5000 जितने मेसेज रवि के सारे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर आ गए. रवि का फ़ोन मानो जेसे हैंग हो गया. फिर थोड़ी देर बाद रवि ने इन्टरनेट बांध कर दिया. श्रेया रवि का प्रोफाइल रोज़ चेक करती थी और बेसबरी से इंतज़ार करती थी की कब रवि का मेसेज आया!!!!
रवि ने रात 10 बजे श्रेया का मेसेज देखा. तब श्रेया सो चुकी थी. रवि ने श्रेया को मेसेज किया....
रवि : हेल्लो श्रेया. मेरा नाम रवि है और में मुंबई से हु और मुआफी मांगते हुए कहा की में थोड़े दिन बहार घुमने गया था इसलिए तुम्हारा मेसेज देख नहीं पाया.
दुसरे दिन सुबह श्रेया ने Instagram ओपन किया और रवि का मेसेज देख कर खुश हो गई क्युकी श्रेया दिल ही दिल में रवि से प्यार करने लगी थी. लेकिन सिर्फ फोटो देख कर किसी भी इंसान का स्वभाव पता लगाना या उससे प्यार कर बैठना मुनासिफ न होगा ये सोचकर श्रेया ने पहले रवि से थोड़े दिन बात करना ठीक समझा.
श्रेया ने सुबह में रवि को मेसेज किया.....
श्रेया : हेल्लो रवि. गुड मोर्निंग
लेकिन रवि उस वक़्त ऑफलाइन था तो निराश होकर श्रेया ने Instagram क्लोज कर दिया और खाना बनाने चली गई. रवि पुरे दिन पढाई करने के बाद रात को 10 बजे ऑनलाइन हुआ. श्रेया का गुड मोर्निंग वाला मेसेज रवि ने रात को 10 बजे देखा और बिना रिप्लाई किये सो गया क्युकी दिन भर पढाई और काम करने के बाद रवि बहुत थक गया था. अब दुसरे दिन सुबह रवि जल्दी उठ गया और श्रेया को मेसेज करना भूल गया और कॉलेज के लिए निकल गया. श्रेया 12 वि कक्षा में थी तो वो घर पर रहती थी उसके इम्तिहान नजदीक आ रहे थे और रवि का यु मेसेज ने देखना श्रेया को दुःख दे रहा था. श्रेया का मन कही भी नहीं लग रहा था. श्रेया को लगा की क्या रवि खफा है मुझसे? क्या रवि मुझे गलत लड़की समझ रहा है? ऐसे काफी सारे खयालात श्रेया के मन को बेचेन बना रहे थे.
श्रेया ने दुसरे दिन भी रवि को गुड मोर्निंग का मेसेज किया और रवि फिर रवि ने रात को पढाई करने के बाद वो मेसेज को देखा और बिना रिप्लाई किये सो गया. रवि को लगा की श्रेया को बुरा लगेगा लेकिन थकन और सर में दर्द के कारन उसने सोचा की ऐसे अंजान लड़की को मेसेज का रिप्लाई देना मुनासिफ न होगा तो रवि सो गया
ऐसा करीबन 2 महीने तक चला. रोज़ श्रेया रवि को मेसेज किया करती और रवि रात को मेसेज पढ़ लेता लेकिन कोई भी रिप्लाई नही देता. एक दिन श्रेया ने सुबह गुड मोर्निंग की जगह पे ऐसा मेसेज किया की.....
श्रेया : क्या हम दोस्त बन सकते है? में ऐसी वेसी लड़की नहीं हु रवि! में तुम्हे पिछले 2 महीने से मेसेज कर रही हु फिर भी तुम पढ़कर भी जवाब नहीं देते हो... कोई बात हो तो बताओ( श्रेया रवि को मन ही मन मगरूर) साझ बेठी थी) ये बात उसने मेसेज में भी लिख दी.
रात को श्रेया ने ठान लिया था की जब तक रवि मेसेज का रिप्लाई नहीं देगा तब तक वो सोएगी नहीं. रवि रोज़ बरोज़ की तरह रात को 10 बजे ऑनलाइन हुआ. रवि ने श्रेया के मेसेज पढ़ लिए और जवाब देते हुए कहा की.....
रवि: तुम्हारी हिम्मत केसे हुई मुझे मगरूर बोलने की? पता है में कोन हु? मेरा वजूद क्या है? में किस खानदान से तालुकात रखता हु?
श्रेया रवि का Instagram प्रोफाइल खोल कर बेठी थ. श्रेया ने तुरंत रवि के मेसेज पढ़ लिए और वापसी में जवाब देते हुए कहा की....
श्रेया : में इस गुस्ताखी के लिए तहे-दिल से मुआफी चाहती हूँ लेकिन अगर में ये न लिखती तो क्या तुम मेरे मेसेज का रिप्लाई करते?
फिर रवि और श्रेया की थोड़ी बात होती है....
रवि : लेकिन तुम मुझे क्यों मेसेज कर रही हो? आखिरकार हम दोनों एक दुसरे को जानते तक नहीं है. नाम के सिवा तुम मेरे बारे में कुछ भी नहीं जानती.
श्रेया : कुछ नहीं जानती इसलिए तो मेसेज कर रही थी जान पहेचान होगी तभी दोस्ती हो पायेगी ना.....
श्रेया की ये philosophy वाली बाते रवि के डिच की छु गई. रवि और श्रेया की ये बाते आगे बढती है.....
रवि : लगता है तुम फिलोसोफी में ज्यादा दिल्चस्फी रखती हो
श्रेया : और आपकी बाते बयां करती है की आप अपनी जिन्दगी में खुद को अकेला ही मह्फूस समझते हो.
रवि : ये बात तुम्हे केसे पता चली?
श्रेया : फिलोसोफी में जो जीता है वो दिमाग को आचे से पढ़ लेता है.
रवि : तुमने तो मुझे लाजवाब(speechless) कर दिया
श्रेया : अब तो आप बात करोगे न मूझ जेसी नाचीज़ से?
रवि : हाँ जरुर
दोनों एक दुसरे को गुड नाईट बोलकर सो जाते है. अगले दिन श्रेया अलार्म लगाकर उठती है रवि को गुड मोर्निंग कहने के लिए. 6 बजे दोनों एक दुसरे को गुड मोर्निंग बोलकर अपना-अपना दिन शुरू करते है.
रात के 10 बजे का समय
रवि : हेल्लो श्रेया
श्रेया : उपरवाले की बड़ी कृपा हुई है आज मुझ पर की आपने मुझे सामने से मेसेज किया
रवि : कुछ बोले बिना हसने लगता है
श्रेया : वेसे आप कहा घुमने गए थे?
रवि : कुल्लू मनाली
श्रेया : उस में तो बहुत खर्चा होता होगा ना? लगता है आप बड़े खानदान से तालुकात रखते हो...
रवि : जी, लेकिन मेरी शोहरत और इज्ज़त की वजह से मुझे मगरूर समझना मुनासिफ ना होगा
श्रेया : में तो बड़ी मुफलिस हु और खानदान भी छोटा है
रवि : जिंदगी हर एक इंसान को एक मौका देती है बड़ा बन ने के लिए लेकिन उस अवसर को पहचान ना पड़ता है.
श्रेया : आप ने तो डियलोग बाज़ी शुरू कर दी
रवि : नहीं मानती हो तो कोई बात नहीं लेकिन ऐसे डियलोग ही है जो अपने आप को खुद की पहचान करते है. अब सो जाओ मुझे सोना है
दोनों एक दुसरे को शब्बा खैर बोलकर सो जाते है.
ऐसा करीबन 3 साल तक चलता है. श्रेया और रवि दोनों ने एक दुसरे के फ़ोन नंबर भी ले लिए थे और 3 साल में रवि और श्रेया इतने अच्छे दोस्त बन गए की जिसको शब्दों में बयां करना शायद नामुमकिन होगा. श्रेया और रवि को दोस्ती मानो इतनी गहरी थी की दोनों एक दूजे के बिन एक पल नहीं रह सकते थे. जब तक दोनों की एक दुसरे से बात नहीं होती थी तब तक दोनों के गले से निवाला निचे नहि उतरता था. प्यार की बात कभी रवि ने सोची ही नहीं थी लेकिन श्रेया का तो एक एक पल मनो बरसो सा गुज़रता था. श्रेया तो ये सोच रही थी की कब रवि श्रेया को प्यार का इज़हार करे और कब श्रेया और रवि की शादी हो जाये. लेकिन प्यार करने वाला जब और प्यार करने लगता है तब दिल की धड़कन मानो बिजली की तेजी से धडकने लगती है और वो भी हर पल, हर घडी, हर लम्हा.
Aage ka part dekhne ke liye me bahut excited hu. Iska next part kab aayega? Rply jarur karna dear shayar. I am your biggest fan. Aapke blogs Roz dekhti hu me apki writing very very good hoti hai Dil ko chu jaati hai apki likhavat
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