Urdu Sher by Shubham Dave
Urdu Sher By Shubham Dave
सांसो में रहा दम जब तक,
दिल में रहा गम तब तक,
हाल-ए-बद गुफ़तनी ना रहा तब तक,
मख़मूर होकर में चाहने लगा जब तक
Written By Shubham Dave
दिल में मेरे हूक सी होती है,
जब दूर मुझसे तू होती है,
होती है बस ख्वाइश मिलन की,
पर क्या करे,
जब पास होकर भी जुदा तू होती है
Written By Shubham Dave
तदबीर ने मेरी कभी काम नही किया,
तुमने लौट आने का नाम नही लिया,
होकर मदहोश पढ़ते है रेखतों को मुसाफ़िर सारे,
काफिरों ने तो सुनने का नाम नही लिया
Written By Shubham Dave
शिकन हो गया है दिल मेरा जाने के बाद तेरे,
सर्फ़ हो गया है पैसा मेरा जाने के बाद तेरे,
पीता रहा में शराब लज्जत से भुलाने तुझे,
हाफिज हो गया है गम-ए-इश्क जाने के बाद तेरे
Written By Shubham Dave
दिल की आवाज़ हम किसे सुनाये,
हमारी कहानी हम किसे बताये,
चला गया जानेवाला छोडकर हमें,
अब प्यार का ए'तिमाद हम किसे जताये
Written By Shubham Dave
जीवन के चर्ख पे सजा रखा था,
दर्द को मेने छुपाकर दबा रखा था,
तन्हाई का ऐसा आलम था दिल में,
जो,
सिर्फ सर्फ़ रूह को बता रखा था
Written By Shubham Dave
तुमने रात को चैन से सुलाया था,
मुझको तुमने मुझसे मिलाया था,
जब आंख खुली हुआ सवेरा तब चला पला,
की,
रात को तुमने एक और जाम पिलाया था
Written By Shubham Dave
Laajavab likha hai apne
ReplyDeletePehli baar padte hi apki fan ho gai me to
Reply jarur dena plzzz
my name is shanaya ek baare reply jarur dena.
ReplyDeletekya baat hai aapne bahut khoob likha hai.
apki likhavat dil ko chu jati hai aur iss me apke aese urdu shabd....
kaha se laate ho aap aese urdu shabd? jis tarah aap urdu shabdo ko
karwat dekar likhte ho aesa bahut kam log kar paye hai.
hindu hokar bhi apke vichar bahut umda hai muslimo ke liye aur sab
dharm ke logo ke liye.
Aapke aese khayalat apko bahut aage lekar jaye
aesi me Allah se dua karungi
apke jaisa insaan lakho me ek hota hai