Mehefil-e-shayar
Mehefil-e-Shayar
पहले आज गुरुपूर्णिंमा के दिन एक शायरी अपअ गुरुओ को समर्पित करना चाहुंगा.
Gurupurnima special
आपने जीवन में बहुत कुछ सिखा दिया,
जींदगी जीने का मतलब बता दिया,
गुरु बनकर आपने हमको,
जींदगी में शिखर तक पहुँचा दिया.
Written by Shubham Dave
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तन्हाईओ से लिपटा रहता हुँ,
बार बार ख्वाबो में मिलता रहता हुँ,
आप दिन गुजारने की बात करते हो,
में पल पल यादो में डूबा रहता हुँ
Written by Shubham Dave
दिन ढल गया शाम हो गई,
बिछडी यादो से मुलाकात हो गई,
देखकर चेहरे को ख्वाब में,
हमारी रातो की नींद उड गई.
Written by Shubham Dave
चैन खोकर हमने,
गम-ए-ईश्क को सहा है,
जलाकर रुह को हमने,
आपकी खुशी को चाहा है,
क्यों छोडा प्यार की राहो में अकेला,
हमारा तो अब तन्हाईओ से नाता है.
Written by Shubham Dave
हर मंजर पर मिल जाते हो,
जलील करके अकेला छोड जाते हो,
आखिर क्यों मिलते हो,
अगर परवाह नहीं है तो क्यों तन्हाईओ में छोड जाते हो.
Written by Shubham Dave
मेरी शायरी बहुत कुछ कहती है,
मेरे प्यार की नदीयाँ ईसमें बहती है,
लिखावटों से बयान करता हुँ सब,
अल्फाज बयान करने से रुह बहुत दुःख सहती है.
Written by Shubham Dave
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ईश्क की राहे आसान नहीं,
प्यार करना भी आसान नहीं,
करवटे बदलनी पडती है जीवन की,
ऐसे प्रेमीओ को जुदा करना आसान नहीं,
ताजा कर जाते है लोग जख्मों को,
ऐसे लोगो से दूर रहना आसान नहीं,
लोग कहते है मौत भी आए तो गम नहीं,
लेकिन,
प्यार के लिए जीना भी आसान नहीं.
Written by Shubham Dave
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