Bejaan Ishq- The Story(Part-1)
Bejaan Ishq- The Story Part-1
NOTE- यह कहानी सम्पूर्ण रूप से काल्पनिक है अगर ऐसा किसी और की जिन्दगी में होता है तो वो सिर्फ एक इत्तेफाक है इस कहानी का किसी की जिन्दगी से को ताल्लुक नहीं है. कहानी के सारे पात्र काल्पनिक है. ईस कहानी का उदेश्य किसी की भावनाओं को ठेस पहुँचाना नहीं है.
ये कहानी शुरू करने से पहले इस कहानी में आज भी सिर्फ दो ही लोग है (१) मानसी (२) हर्ष
मानसी के साथ हर्ष की दास्तान-ए-इश्क शुरू होती है 11th के वेकेशन में.
मानसी और हर्ष के बिच १ साल का फासला है. दोनों अपने जीवन के शुरुआत में है. सब लोग जानते है कि सोसिअल मीडिया का जमाना है तो बाकि लोगो की तरह मानसी और हर्ष दोनों सोसिअल मीडिया पर चैटिंग का करते होते है. रोज़ गुफ्तगू होती थी दोने के बिच.
मानसी 10th में है और हर्ष 11th में दोनों के ट्यूशन चालू हो चुके थे पर जब उस से पहले चालू नहीं हुए थे तब की है ये दास्तान..... मानसी और हर्ष दोनों के बिच सुबह गुड मोर्निंग से होती थी. किसी दिन हर्ष पहले सामने से मेसेज करता तो किसी दिन मानसी करती. किसी दिन रात को सोने में देर हो गई हो तो मेसेज लेट आता. आगे की बाते.....
मानसी: क्या कर रहे हो?
हर्ष: कुछ नहीं अपने प्यार को याद कर रहा हु
मानसी: अच्छा....चाय पि?
हर्ष: नहीं
मानसी: ऐसे कोंनसे प्यार को याद कर रहे हो की चाय पीना भी भूल गए?
अभी तक मानसी नहीं जानती थी की हर्ष मानसी से प्यार करता था.
मानसी ने फिर बाय बोल दिया क्युकी उस को कही बहार जाना था.
हर्ष के पास मानसी के थोड़े फोटो थे मानसी के बाय कह देने के बाद हर्ष पूरा दिन मानसी के फोटो को देखता रहता और मानसी को याद करते रहता. मानसी के बिना हर्ष रह नहीं पता था लेकिन मानसी को कैसे अपने दिल की बात बताये ये दुविधा में था. रोज़ १-२ महीने तक मानसी और हर्ष रोज़ बात करने लगे.
एक दिन रात के १२.१० को हर्ष और मानसी की बाते चल रही थी तभी हर्ष ओ लगा की शायद तारीफ करने से मानसी को पता चल जायेगा की हर्ष मानसी से प्यार करता है. हर्ष ने मानसी से कहा की में तुमसे कुछ कहना चाहता हु. मानसी ने बताया बोलो. हर्ष ने मानसी की तारीफ करते हुये ये कहा........
"तुम्हारी आँखे बहुत नशीली है. तुम्हारी पलके रोज़ नया मल्हार गाती है. तुम्हारी आँखों में कोई भी डूब सकता है और तो कुछ नहीं है मेरे पास कहने को तुम्हारे लिए बस तुम जैसे हो वैसी बहुत सुन्दर हो"
मानसी ये सब सुन के बहुत खुश हो जाती है. मानसी को खुश देखकर हर्ष को बड़ी ख़ुशी मिलती है आखीर वो मानसी से सच्चा प्यार करता था.
दुसरे दिन हर्ष अपने दोस्तों के साथ निचे मैदान में क्रिकेट खेल रहा था और अचानक हर्ष पर एक फ़ोन आता है. हर्ष ने बिना नंबर देखे फ़ोन उठा लिया और सामने से कोई लड़की बोल रही थी. हर्ष ने फ़ोन देखा तो मानसी का फ़ोन था. मानसी ने बोला की में घर आ गई हु और तुमसे कुछ ज़रूरी बात करनी है घर जाकर मुझे मेसेज कर देना. हर्ष कुछ भी देखे बिना घर चला गया अपनी गेम अधूरी रख कर.... हर्ष ने सामने वाले को जीत दे दी और घर चला गया...
फिर हर्ष ने मानसी को मेसेज किया लेकिन तब मानसी खाना खाने बेठी थी. हर्ष ने कहा ठीक है खा लो फिर बात करते है. मानसी ने सॉरी बोला और कहा की सिर्फ १० मिनट राह देखना मेरी में अभी आई. मानसी ने जल्दी जल्दी खाना खा लिया सिर्फ हर्ष से बात करने के लिए. दोनों के बिच में देर रात तक बाते होती है और हर्ष रोज़ की तरह मानसी की बहुत तारीफ करता है और रात के ठीक १ बजे थे और मानसी ने हर्ष को कहा की अगर कुछ कहना चाहते हो तो बोल दो.... हर्ष ने कहा की क्या तुम भी वही समझी हो जो में कहना चाहता हु?? मानसी ने कहा की तुम क्या कहना चाहते हो वो बताओ. हर्ष ने कहा की में तुमसे बहुत प्यार करता हु मानसी..... मानसी ने भी कहा की में भी तुमसे बहुत प्यार करती हूँ
दोनों थोड़ी देर बाते करने के बाद सो जाते है.फिर क्या होता है वो जान ने के लिए जुड़े रहे हमारे साथ
क्या अगले अपडेट में मानसी और हर्ष अलग हो जायेंगे या फिर एक दुसरे के साथ पूरा जीवन बिताएंगे?? जान ने के लिए पढ़ते रहे.......
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