Nasha Aur Pyaar-The Story
Nasha Aur Pyaar-The Story
कहानी की शुरुआत होती है १०वी के ट्यूशन से........
धरा और निकुंज के मुख पर का तेज इतना होता है की मुह पर से समझ में आता है की दोनों बहुत ही माहिर है अपने काम में और दोनों का आत्मविश्वाश उन को लोगो से अलग बनता है.
धरा और निकुंज दोनों एक ट्यूशन में थे और एक दुसरे को अच्छे से जानते थे. दिन बित ने लगे और १०वी जोरशोर से चलने लगी. उसी के साथ निकुंज के मन में धरा के लिए प्यार उफान पर था लेकिन १०वी में निकुंज को कोई भी तरह का अवरोध नहीं चाहिए था इस लिए निकुंज ने धरा से १०वी के बाद बात करने का सोचा. निकुंज और धरा दोनों रोज़ ट्यूशन में मिलते थे और १०वी में जिस विषय का ट्यूशन होता था उस के बारे में बाते किया करते थे. दोनों पढने में इतने ज्यादा माहिर थे की ट्यूशन में कभी १ नंबर धरा लाती तो कभी निकुंज....
निकुंज और धरा दोनों अलग स्कूल में थे. और दिवाली के बाद की परीक्षा नजदीक थी और निकुंज का मन धरा मे लगा रहता था वो पढ़ नहीं पा रहा था. निकुंज ने सोचा की क्या करे. पढना तो पड़ेगा क्युकी सारे लोगो की उम्मीद मुझसे जुडी हुई है. फिर निकुंज ने एक तरीका सोचा जिसके कारन वो पढाई बिना ध्यान भटके हुए कर सके. निकुंज के सोचा की दिन भर धरा के ख्याल आते है तो क्यों न रात को पढ़ कर देखा जाये....
निकुंज ने रात को एक दिन जाग कर पढाई करने की सोची उस दिन वो बहुत अच्छे से पढ़ सका तो निकुंज ने तय कर लिया की अब वो रात को ज्यादा पढाई करेगा और १०वी के बाद धरा से प्यार का इज़हार करेगा. दिवाली के बाद की परीक्षा की तयारी धरा और निकुंज बहुत अच्छे से करने लगे थे और कभी कभी तो दोनों साथ में पूरा दिन पढाई करते थे.
दोनों ने दिवाली के बाद की परीक्षा दे दी और १ महीने बाद उस परीक्षा का परिणाम आ गया उस में धरा अपनी स्कूल में नंबर १ पर थी और निकुंज अपनी स्कूल में नंबर १ पर था. धरा के १००% में से ९३% आये थे और निकुंज के १००% में से ९२.७% आये थे. निकुंज और धरा के ट्यूशन में सब बहुत खुश थे. लेकिन सब को डर भी लग रहा था की इतना दिमाग भरा है इन दोनों में की कही हार न जाये.
निकुंज और धरा दोनों साथ में फिरसे पढने लगे अन्तिम परीक्षा के लिए. २ महीने तक की लगातार कोशिश और अपने दिन रात की महेनत के बाद धरा और निकुंज अंतिम परीक्षा में बैठे. दोनों ने अपनी पूरी कोशिश की और ३ महीने बाद १०वी का परिणाम घोषित किया गया. सब लोगो की सांसे थमी हुई थी रिजल्ट बस आने वाला था और सब मोबाइल पे बैठे थे. १० मिनट बाद रिजल्ट घोषित हुआ. निकुंज ने बोर्ड में टॉप किया था और धरा तीसरे नंबर पर थी.
यहाँ तक तो प्यार दिखा नहीं लेकिन अभी तो कहानी शुरू हुई है यारो..........
अब वेकेशन में निकुंज और धरा रोज़ मिलने लगे और निकुंज तो धरा से प्यार करता था लेकिन धरा का पता नहीं था उस को. निकुंज और धरा दोनों साइकिल लेकर अपने घर जा रहे थे तभी निकुंज ने धरा को एक पेन का सेट गिफ्ट दिया और उस के साथ अपने प्यार का इज़हार भी कर दिया.
निकुंज ने धरा को बोल तो दिया लेकिन धरा ने कोई जवाब नहीं दिया और वहाँ से चली गई. करीबन १०दिन तक धरा का कोई जवाब नहीं आया फिर धरा ने निकुंज को फ़ोन किया की उनको मिलना चाहिए फिर निकुंज ने कहा ठीक है. दोनों अपने नजदीक के कॉफ़ी शॉप में मिलते है. धरा अपने साथ एक कागज लेकर आई थी. धरा ने निकुंज को वो कागज दिया और कहा की में जब चली जाऊ तब ये कागज खोलकर देखना. निकुंज ने कहा ठीक है. धरा ने उस में हाँ लिखा था. फिर धरा चली गई और रात को दोनों ने अपने प्यार का इज़हार कर ही दिया फ़ोन पे.......
अब आती है ट्विस्ट की बारी.......
धरा और निकुंज का रिलेशन ३ साल तक रहा. दोनों एक दुसरे के बिन रह नहीं पाते थे लेकिन फिर क्या हुआ की धरा ने पार्टी में जाना शुरू कर दिया और धरा को गलत दोस्त की संगत लग गई और धरा नशे के चक्कर में पड गई. निकुंज को कुछ पता नहीं चला. करीबन २ साल तक निकुंज को पता नहीं चला की धरा नशे के चक्कर से जुज रही है. धरा को पढाई में और सारी चीजों में डाउन होती देखकर निकुंज को शक पड़ा और निकुंज ने तैकिकात की तब पता चला की धरा नशे की पकड़ में जकड चुकी है.......
धरा ने सारे नशे कर लिए थे और धरा के शरीर पर से भी पता लगने लगा था. निकुंज ने सोचा की अब क्या किया जाये तब उस को लगा की इस बारे में धरा से बात करनी चाहिए.निकुंज ने धरा को मिलने के लिए बुलाया और तब भी धरा हलके हलके नशे में थी. निकुंज ने धरा का नशा उतर ने तक रह देखि और फिर धरा को कहा की तुम्हे अपने प्यार की कसम सच बताओ तुम नशा करती हो या नहीं??? धरा से अपने प्यार से जुठ नहीं बोला गया और धरा ने हाँ बोल दिया. और बस थोड़ी सी बात करने के बाद धरा बेहोश हो गई. निकुंज धरा को लेकर हॉस्पिटल ले जाता है.
और २ घंटे बाद धरा को होश आया और फिर धरा को निकुंज उस के घर पर छोड़ ने गया. लेकिन अभी तक धरा के घर में ये सब नहीं पता था और धरा के मना करने की वजह से निकुंज ने कुछ नहीं बताया धरा के घर पर और धरा ने आश्वाशन दिया की अब वो नशा नहीं करेगी.
फिर १०दिन बाद धरा को फिर से चक्कर आने लगे वो नशे के बिना रह नहीं पाति थी. धरा ने फिर से डॉक्टर को दिखाया. रात को घर जाने के बाद धरा ने निकुंज को मेसेज किया की उस को निकुंज से मिलना है वो भी अभी.....निकुंज ने हाँ कर दी और वो धरा से मिलने के लिए गया.
निकुंज जब धरा से बागीचे में मिला तब धरा ने निकुंज के हाथ में एक कागज दे दिया और कहा की इस को कल ही खोलना.....
निकुंज ने हाँ कर दिया
दुसरे दिन धरा मर गई.......
उस कागज में ये लिखा था की तुम्हे अकेला छोड़ ने जाने के लिए सॉरी. में तुम्हारी गुनेहगार हु हो सके तो मुझे माफ़ कर देना निकुंज.....
मेरे नशे की लत की वजह से तुम्हे मुझको खोना पड़ा.....
ये बात घर पे मत बताना मेरे....
अगले जनम में फिर से मिलेंगे....
ये सब पढने के बाद जैसे मानो निकुंज से रहा नहीं गया धरा के बिना इसलिये निकुंज ने आत्महत्या कर दी क्युकी निकुंज को कुछ समझ नहीं आ रहा था. धरा के साथ जुडी सारी यादे निकुंज के मन में घुमती रहती थी. जब वो आखरी बार मिले वो बागीचे में उस जगह को देखकर भी निकुंज रोने लगता था और अंत में निकुंज ने आत्महत्या कर ली.............
मेरी सलाह जन हित में जारी.....
कभी भी नशे की लत के शिकार न बने और ऐसे व्यक्ति से दूर रहे जो नशे की लत का शिकार है....
नशा करने से अपने प्यार को और अपने चाहने वालो को आप बेवक्त ही खो दोगे. अपना नजदीकी जो व्यक्ति नशा करता है उस को छुडवाने का प्रयास करे......
नशा ऐसी बिमारी है जिसकी वजह से आप और आपको चाहने वाले संकट में पड सकते है ईसलिए अपने प्यार के खातिर या किसी और के खातिर आज ही नशा बंद कर दे....
यह कहानी सम्पूर्ण रूप से काल्पनिक है. इस का किसी भी व्यक्ति की भावना के साथ खिलवाड़ करने का कोई उद्देश्य नहीं है. कहानी के सारे पात्र कप्ल्निक है
Very good number 1 story hai
ReplyDeleteNasha band karne ka koi upay ho to bataiye
Iss kahani ka suspense aur apka jan hit me jaari kahayl bahut khoob hai
ReplyDeleteAise likhte rahe aap bahut aage jayenge