Shayari gupshup
Shayari gupshup
ये आँखे लिपटी हुई है हजार राझ तालो में,
दिल जल रहा है मिलन की आजमाइश में,
कोन कमबख़्त कहता है गम नहीं जुदाई का,
आपकी जुदाई हमारी रुह में समाई है.
Written by Shubham Dave
(1)
ईश्क में भूल कभी होती है,
सजा उसकी बेवफ़ाई होती है,
प्यार से निभाया था रिश्ते को फिरभी,
रुह हमारी रोती है
जब सारी दुनिया सोती है.
Written by Shubham Dave
अश्किया तो कई होगी मगर,
ज़ालिम जुदाई कभी ना होगी.
हमारी यादो के गुलशन में वो होगी,
जो दुनिया में सबसे खूबसूरत होगी.
चिता में वो हमारे साथ होगी,
जिस दिन हमारी मौत होगी.
क्योंकि,
अश्किया तो कई होगी मगर,
ज़ालिम जुदाई कभी ना होगी.
Written by Shubham Dave
अपने प्यार का एतबार कुछ यूं कर गये,
हमारे सपनो को साकार कर गये,
मजबूरी बताकर संसार की,
हमसे रिश्ता आप तोड गये,
कोई और था तो बता देते,
यु दिल के टुकडे करके क्यों चले गये.
Written by Shubham Dave
कुछ कह दिया,कुछ राझ है बाकी,
यही हमारी जींदगी की आखरी कहानी,
पूरी हो हमारी ख्वाईश सारी,
खुदा से है यही गुजारीश हमारी.
Written by Shubham Dave
कुछ लिखना है,कुछ कहना है,
मुजे बस तुज में खोयाा सा रहना है,
ना लिख सकता हूं,ना कह सकता हूं,
तुज बिन एक पल ना रह सकता हूं,
तुजे तो बस हाँ कहना है क्योंकि,
मुजे जींदगी भर तुम्हारे साथ रहना है.
Written by Shubham Dave
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